भगवान श्री राम की तपस्थली श्री चित्रकूट धाम की पावन माटी में सद्गृहस्थ कथा व्यास पं. महेन्द्र शास्त्री (आदर्श जी) का जन्म ३१ मार्च १९८० को चित्रकूट धाम के प्रसिद्ध कर्मकांडी पाण्डेय परिवार में हुआ , आपके पिता जी का नाम श्री रमाकान्त पाण्डेय एवं माता जी का नाम श्रीमति आशा पाण्डेय है ,आप अपने माता पिता के एकमात्र पुत्र हैं अपने पूर्वजों की परिपाटी का अनुकरण करते हुए आप अपने कुल की ५ वीं पीढ़ी हैं ,अपने घर के भक्तिमय वातावरण में बचपन से ही आपमे भक्ति का अंकुरण हो गया बहुत कम उम्र में श्री हनुमान जी मे आपकी प्रगाढ़ भक्ति हो गयी थी ।
आप अपने दादा जी स्व.पं.श्री गोविन्द प्रसाद पाण्डेय जी से रामायण और कृष्ण चरित्र की कथाओं का श्रवण करते और उन्ही से धीरे-धीरे कर्मकांड की शिक्षा भी प्राप्त करते थे,अपने जीवन के प्रारम्भिक वर्षों में ही आपने स्व.पं.श्री रामसखा जी महाराज के द्वारा पंचांग एवं ज्योतिष की शिक्षा प्राप्त की तथा अपनी तरुण अवस्था मे अपने बड़े दादा स्व. पं. चन्द्रशेखर दत्त पाण्डेय जी जो कि संस्कृत व्याकरण के प्रकाण्ड विद्वान तथा श्री मद्भागवत के विख्यात प्रवक्ता थे उन्ही की कृपा छाया में पारंपरिक विधा से श्री मद्भवतगीता, वाल्मीकि रामायण, श्रीमद्भागवत और अन्य पवित्र शास्त्रों का ज्ञान भी प्राप्त किया ।